प्रेस विज्ञप्ति
महर्षि सदाफलदेव आश्रम, झूँसी (प्रयाग) में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह सम्पन्न
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) के अवसर पर महर्षि सदाफलदेव आश्रम, झूँसी (प्रयाग) के सत्संग-भवन में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सैकड़ों व्यक्तियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रातः 7 बजे माननीय विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप-प्रज्वलन से किया गया। इसके बाद स्वागत-गान और मंगल-गान की भाव-प्रवण प्रस्तुति के साथ आसन-प्राणायाम का प्रशिक्षण आश्रम के सुयोग्य योग-प्रशिक्षक श्री रमेश कुमार और श्री राकेश कुमार के द्वारा करीब एक घंटे तक दिया गया। शारीरिक स्वास्थ्य सम्बन्धी अनेक आसनों को उपस्थित जन-समूह द्वारा तन्मयता और शान्ति के साथ सहजतापूर्वक किया गया और इसके साथ ही प्राणायाम के कुछ महत्त्वपूर्ण विधियों को भी सहज ढंग से सिखलाया गया। आसन-प्राणायाम प्रशिक्षण के बाद प्रयाग विहंगम योग संत-समाज के संयोजक श्री रामबाबू गुप्ता जी के द्वारा एक गीत ‘योग दिवस आया है’ को स्वर-लय के साथ प्रस्तुत किया गया। इसके पश्चात् ‘विहंगम योग सन्देश’ आध्यात्मिक मासिक पत्रिका के सम्पादक श्री सुखनन्दन सिंह ‘सदय’ द्वारा योग के यथार्थ पर सम्यक् रूप से प्रकाश डाला गया। आपने अपने प्रवचन में बतलाया कि आसन-प्राणायाम के द्वारा शरीर और मन स्वस्थ रहता है और यह योग-साधन की प्राथमिक अवस्था है। मगर इसके आगे मन का साधन और आत्मिक चेतना का साधन भी आवश्यक है जिससे हमारा शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक, बौद्धिक और आत्मिक विकास भी हो सके और अन्ततः योग के अन्तिम लक्ष्य आत्म-चेतना द्वारा परमात्मा की प्राप्ति समर्थ सद्गुरु के संरक्षण में प्राप्त किया जा सके।
इस अवसर पर आश्रम के वरिष्ठ गुरुभाई एवं प्रखर प्रचारक श्री विजय बहादुर सिंह जी के द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। अन्त में संक्षिप्त वंदना, आरती और शान्ति-पाठ से इस योग-सत्रा का समापन हुआ।
इस पावन अवसर पर सैकड़ों योग-साधकों एवं साधिकाओं के साथ विशेष रूप से विद्यालय के प्राचार्य श्री रुद्रमणि मिश्र, उपप्राचार्य श्री करुणा सागर मिश्र, श्री गौतम दुबे, श्री आलोक साहा, श्री रामबाबू गुप्ता, श्री विजय बहादुर सिंह, डाॅ0 सच्चिदानन्द प्रसाद और श्री धर्मेन्द्र कुमार उपस्थित रहे। सम्पूर्ण कार्यक्रम का सफल संचालन श्री श्रीकान्त शर्मा द्वारा किया गया।